आखिर क्यू एक ही वक्त पे जन्म लेने वालो का भाग्य अलग होता है?
जैसा की मैंने पिछले
ब्लॉग में बताया था की कुंडली निर्माण के लिए तीन चीज़े महत्वपूर्ण है जो की निम्न
है –
- उसका जन्मदिन
- उसका जन्म का समय
- उसका जन्म का स्थान
अब बात करते है
जन्मदिन की तो ये होता ही है की एक दिन में लाखो बच्चे जन्म लेते है कुछ अमीरों के
घर में, कुछ गरीबो के घर में, कोई बड़े अस्पताल में, कोई घर में, कोई ओप्रसन से तो
कोई नार्मल पैदा होता है! सभी का जन्मदिन एक ही होता है तो ये नही कहा जा सकता है
की जन्मदिन का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है किसी के भाग्य पे!
इसके बारे में आने
वाले ब्लॉग में और ज्यादा गहराई से बताऊंगा मै तो साथ बने रहिएगा!
क्या भाग्य पे जन्म के समय का प्रभाव पड़ता है?
अब बात करते है जन्म
के समय की तो ये होता ही है की एक समय में हजारो बच्चे जन्म लेते है कुछ बात वही
आती है फिर से की कौन कैसे और कहा जन्म लिया, जैसा की जन्मदिन के विषय में बताया
गया है! इनमे बहुत से बच्चो की कुंडली सामान मिलेगी जो की सामान लग्न वाले होंगे परन्तु
उनका भाग्य सामान नही होता है, यदि आप किसी ज्योतिषी के पास जुड़वाँ बच्चो की या एक
ही समय पे पैदा हुए दो बच्चो की कुंडली रखते है तो अधिकतर ज्योतिषी सामान भाग्य
बता देंगे जो की असलियत में नही होता है!
इसके बारे में आने
वाले ब्लॉग में और ज्यादा गहराई से बताऊंगा मै तो साथ बने रहिएगा!
क्या भाग्य पे जन्म के
स्थान का प्रभाव पड़ता है?
अब हम पहुचते है
अपने अंतिम बात पे जो की है जन्म स्थान, क्या ऐसा सम्भव है की कोई भी बच्चा एक ही
दिन, एक ही समय में, एक स्थान में जन्म ले तो आपका या मेरा या दुनिया के किसी भी
इन्सान का जवाब होगा नहीं ऐसा सम्भव नही है! इसमें मै एक तर्क और डे सकता हू की
यदि एक ही स्थान हो तो भी सम्भव है जैसे हॉस्पिटल के ग्राउंड तल पे एक बच्चा जन्म
ले ठीक उसी स्थान में पहले तल पे दूसरा बच्चा जन्म ले व ठीक उसी स्थान में तीसरा
बच्चा दूसरे तल पे जन्म ले तब ये बात संभव लगती है! ये जानकारी आपको बाद में दी जाएगी
आने वाले ब्लॉग में की इस तरह से क्या भाग्य बदलेगा अन्यथा नही बदलेगा!
इसके बारे
में भी आपको आने वाले ब्लॉग में और ज्यादा गहराई से बताऊंगा मै तो साथ बने रहिएगा!
अब यदि स्थान सामान
नही होता है तो आप समझ चुके होंगे की भाग्य में सबसे अहम भूमिका निभाता है जन्म
स्थान ( नोट: जन्मदिन, जन्म का समय व जन्म का स्थान सभी की अपनी अलग अलग अहम
भूमिका है) जो की कभी भी सामान नही होता है! इसी से ग्रहों की दुरी व नक्षत्र का
मान निकाल कर के कुंडली बनाई जाती है और किसी इन्सान का भाग्य बताया जा सकता है!
आने वाले ब्लॉग में
मै आपको आगे की बात बताऊंगा ये जानकारी आपको कैसी लगी ये हमें आप कमेंट्स में जरुर
बताइयेगा व हमारे साथ जुड़े रहिएगा ज्योतिष की जानकारी के
लिए..........................
मै आशा करता हू की आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी! आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें जरुर बताइयेगा! व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए जुड़े रहिएगा..........
हमसे सम्पर्क करने के लिए मेल करे
0 comments: