क्या क्या होता है केतु ग्रह का प्रभाव? व कैसे होते है केतु ग्रह से प्रभावित व्यक्ति?
पर्यायनाम :-
Dragons Tail (Node), सहुपुच्छ, शिखि ध्वज इत्यादि|
केतु धनु राशि में उच्च का होता
है|
केतु मिथुन राशि में नीच का होता है|
केतु मीन राशि 00° से 15° में मूल त्रिकोण का होता है|
केतु दक्षिण-पश्चिम दिशा का स्वामी होता है|
केतु अशुभ ग्रह है|
केतु मंद गति ग्रह है|
केतु छाया ग्रह है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति कट्टरपंथी होते है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति घमंडी होते है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति षड़यंत्रकारी होते है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति अव्यावहारिक होते है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति तर्क शक्ति सम्पन्न व
तार्किक स्वभाव का होता है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति का दुष्टता भरा व्यवहार
होता है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति को भुत प्रेत बाधा होने का
डर अधिक होता है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति का जीवन कठिनाई वाला होता
है|
केतु पूर्वजो का कारक ग्रह है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति चोरी का कार्य करने वाले
होते है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति फूहड़ बाते करने वाले होते
है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति भ्रामक तर्क देने वाले होते
है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति समुद्री जीवन यापन करने
वाले होते है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति नीच व निम्न स्तर के कार्य
करने वाले होते है|
केतु से प्रभावित व्यक्ति अध्यात्मिक उन्नति करने
वाले होते है|
रोग :
हैजा, चेचक,
जोड़, संक्रामक रोग इत्यादि |
धातु :
अष्ट धातु |
रत्न :
लहसुनिया |
मै आशा करता हू
की आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी|
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व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए जुड़े रहिएगा..........
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