Wednesday, September 5, 2018

क्या क्या होता है शुक्र ग्रह का प्रभाव? कैसे होते है शुक्र ग्रह से प्रभावित व्यक्ति?

क्या क्या होता है शुक्र ग्रह का प्रभाव? कैसे होते है शुक्र ग्रह से प्रभावित व्यक्ति?

पर्यायनाम :-

Venus , असुरपुजित, दानवेज्य, काण, अच्छ, दैत्यगुरू, भार्गव, भॄगु, भॄगुसुत, भृगु व भार्गव इत्यादि

Venus-Shukra

शुक्र मीन राशि में उच्च का होता है|
शुक्र कन्या राशि में नीच का होता है|
शुक्र तुला राशि 00°-15° में मूल त्रिकोण का होता है|
शुक्र दक्षिण-पूर्व दिशा का स्वामी होता है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति सुंदर होते है|
शुक्र पति / पत्नी का कारक होता है| 
शुक्र विवाह का कारक होता है| 
शुक्र शुक्राणु का कारक होता है| 
शुक्र रतिक्रिया व प्रेम सम्बन्ध का कारक होता है| 
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति को संगीत, काव्य व इत्रसुगंध पसंद होता है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति को घर की सजावट पसंद होती है|
शुक्र काले घुंघराले बाल, चौड़ी आँखें, सुंदर चेहरे व सुंदर नाक नक्श का प्रतिनिधि है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति दूसरों के साथसहयोग देते है|
शुक्र वाहन व सुखसाधन आदि का प्रतिक होता है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति नृत्यकला, ऐन्द्रीय सुख, ड्रामा व अभिनय आदि में रूचि लेता है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति से विपरीत लिंग के व्यक्ति आकर्षित होते है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति सुखसुविधाओं की सामग्री जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, सौदर्य प्रसाधन, बाग़बगीचे, इत्र व आभूषण आदि के व्यापार में रूचि लेते है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति को कुटनीतिक व्यवहार के कारण समझना कठिन होता है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति की स्मरण शक्ति उतम होती है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति पर्यटन के शौक़ीन होते है इस कारण आवास में भी परिर्वतन कर लेते है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति उतम सेल्समैन, अधिकारी और रिसेप्शनिस्ट बनते है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति भावुक मगर लचीले स्वभाव के होते है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति का क्रोध शीध्र शांत हो जाता है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति स्वयं की बजाय दूसरों का अधिक ध्यान रखते है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति सदा न्याय, शांति व प्रेम का समर्थन करते है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति अधिकांशत प्रसिद्ध होते है|
शुक्र से प्रभावित व्यक्ति व्यापार में अच्छे साझेदार साबित होते है|

रोग:
मधुमेह, यौन असमर्थता, गुप्त रोग, आँखों की कमजोरी, रतिज सम्बन्धित रोग, श्वेत प्रदर, वीर्यपात व महिलाओ में गर्भाशय के रोग होते है इत्यादि

धातु :
चांदी

रत्न  :
हीरा


मै आशा करता हू की आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी| आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें जरुर बताइयेगा| व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए जुड़े रहिएगा..........

आप हमारे बाकि के ब्लोग्स भी यहाँ देख सकते है 


हमसे सम्पर्क करने के लिए मेल करे 




Previous Post
Next Post

About Author

0 comments: