Wednesday, October 3, 2018

क्या होता है लक्ष्मी योग? व कैसे होते है लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक? व कैसे बनता है लक्ष्मी योग?

क्या होता है लक्ष्मी योग? व कैसे होते है लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक? व कैसे बनता है लक्ष्मी योग? 


क्या होता है लक्ष्मी योग?
यदि भाग्येश केन्द्र में मूलत्रिकोण या उच्च राशि का हो लक्ष्मी योग बनता है|
लग्नेश और नवमेश की युति हो तो लक्ष्मी योग बनता है|
Lakshmi-Yog1
कैसे होते है लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक?
लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक सुन्दर होते है|
लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक गुणी होते है|
लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक धार्मिक होते है|
लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक बहुपुत्र वाले होते है|
लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक धनी होते है|

कैसे बनता है लक्ष्मी योग?
दि भाग्येश केन्द्र में मूलत्रिकोण या उच्च राशि का हो लक्ष्मी योग बनता है|
यहा भाग्येश अर्थात नवम भाव वाली राशि होगी व उसका ग्रह ही भाग्येश होगा जो की सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि होगा|
अब ग्रह व उनकी उच्च राशि व मूलत्रिकोण राशि कौन सी है-
ग्रह
उच्च राशि
मूलत्रिकोण राशि
सूर्य
मेष
सिंह
चन्द्रमा
वृष
वृष
मंगल
मकर
मेष
बुध
कन्या
कन्या
गुरु
कर्क
धनु
शुक्र
मीन
तुला
शनि
तुला
कुम्भ

सूर्य यदि भाग्येश हो तो मेष राशि पंचम भाव में व सिंह राशि नवम भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|

चन्द्रमा यदि भाग्येश हो तो वृष राशि में चन्द्रमा सप्तम भाव में हो जो की केन्द्र में है तो लक्ष्मी योग बनेगा|

मंगल यदि भाग्येश हो तो-
मेष राशि नवम भाव में होने पे मकर राशि पंचम भाव में व कर्क राशि व्यय भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|

वृश्चिक राशि नवम भाव में होने पे मकर राशि आय भाव में व कर्क राशि पंचम भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|

बुध यदि भाग्येश हो तो-
मिथुन राशि नवम भाव में होने पे कन्या राशि व्यय भाव में व मीन राशि षष्ठ भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|

कन्या राशि नवम भाव में होने पे कन्या राशि नवम भाव में व मीन राशि तृतिय भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|

गुरु यदि भाग्येश हो तो-
धनु राशि नवम भाव में होने पे कर्क राशि चतुर्थ भाव (केन्द्र) में  गुरु हो या मकर राशि दशम भाव(केन्द्र) में गुरु हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|

मीन राशि नवम भाव में होने पे कर्क राशि लग्न भाव(केन्द्र) में गुरु हो या मकर राशि सप्तम भाव(केन्द्र) में गुरु हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|

शुक्र यदि भाग्येश हो तो-
वृष राशि नवम भाव में होने पे मीन राशि सप्तम भाव(केन्द्र) में शुक्र हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|

तुला राशि नवम भाव में होने पे मीन राशि दुतीय भाव में व तुला राशि नवम भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|

शनि यदि भाग्येश हो तो-
मकर राशि नवम भाव में होने पे तुला राशि षष्ठ भाव में व कुम्भ राशि दशम भाव(केन्द्र) में शनि हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|

कुम्भ राशि नवम भाव में होने पे तुला राशि पंचम भाव में व कुम्भ राशि नवम भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|

मै आशा करता हू की आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी| आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें जरुर बताइयेगा| व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए जुड़े रहिएगा..........

आप हमारे बाकि के ब्लोग्स भी यहाँ देख सकते है 




हमसे सम्पर्क करने के लिए मेल करे
Previous Post
Next Post

About Author

0 comments: