क्या होता है लक्ष्मी योग? व कैसे होते है लक्ष्मी योग में उत्पन्न जातक? व कैसे बनता है लक्ष्मी योग?
क्या होता है लक्ष्मी
योग?
यदि भाग्येश केन्द्र
में मूलत्रिकोण या उच्च राशि का हो लक्ष्मी योग बनता है|
लक्ष्मी योग में
उत्पन्न जातक सुन्दर होते है|
लक्ष्मी योग में
उत्पन्न जातक गुणी होते है|
लक्ष्मी योग में
उत्पन्न जातक धार्मिक होते है|
लक्ष्मी योग में
उत्पन्न जातक बहुपुत्र वाले होते है|
लक्ष्मी योग में
उत्पन्न जातक धनी होते है|
कैसे बनता है लक्ष्मी
योग?
यदि भाग्येश केन्द्र
में मूलत्रिकोण या उच्च राशि का हो लक्ष्मी योग बनता है|
यहा भाग्येश अर्थात
नवम भाव वाली राशि होगी व उसका ग्रह ही भाग्येश होगा जो की सूर्य, चन्द्रमा, मंगल,
बुध, गुरु, शुक्र, शनि होगा|
अब ग्रह व उनकी उच्च
राशि व मूलत्रिकोण राशि कौन सी है-
ग्रह
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उच्च राशि
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मूलत्रिकोण राशि
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सूर्य
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मेष
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सिंह
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चन्द्रमा
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वृष
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वृष
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मंगल
|
मकर
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मेष
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बुध
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कन्या
|
कन्या
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गुरु
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कर्क
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धनु
|
शुक्र
|
मीन
|
तुला
|
शनि
|
तुला
|
कुम्भ
|
सूर्य यदि भाग्येश
हो तो मेष राशि पंचम भाव में व सिंह राशि नवम भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन
सकता है|
चन्द्रमा यदि
भाग्येश हो तो वृष राशि में चन्द्रमा सप्तम भाव में हो जो की केन्द्र में है तो
लक्ष्मी योग बनेगा|
मंगल यदि भाग्येश हो
तो-
मेष राशि नवम भाव में होने पे मकर राशि पंचम भाव में व कर्क राशि व्यय भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|
मेष राशि नवम भाव में होने पे मकर राशि पंचम भाव में व कर्क राशि व्यय भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|
वृश्चिक राशि नवम
भाव में होने पे मकर राशि आय भाव में व कर्क राशि पंचम भाव में होगी तो लक्ष्मी
योग नही बन सकता है|
बुध यदि भाग्येश हो
तो-
मिथुन राशि नवम भाव में होने पे कन्या राशि व्यय भाव में व मीन राशि षष्ठ भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|
मिथुन राशि नवम भाव में होने पे कन्या राशि व्यय भाव में व मीन राशि षष्ठ भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही बन सकता है|
कन्या राशि नवम भाव
में होने पे कन्या राशि नवम भाव में व मीन राशि तृतिय भाव में होगी तो लक्ष्मी योग
नही बन सकता है|
गुरु यदि भाग्येश हो
तो-
धनु राशि नवम भाव में होने पे कर्क राशि चतुर्थ भाव (केन्द्र) में गुरु हो या मकर राशि दशम भाव(केन्द्र) में गुरु हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|
धनु राशि नवम भाव में होने पे कर्क राशि चतुर्थ भाव (केन्द्र) में गुरु हो या मकर राशि दशम भाव(केन्द्र) में गुरु हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|
मीन राशि नवम भाव
में होने पे कर्क राशि लग्न भाव(केन्द्र) में गुरु हो या मकर राशि सप्तम भाव(केन्द्र) में गुरु हो तो
लक्ष्मी योग बनेगा|
शुक्र यदि भाग्येश
हो तो-
वृष राशि नवम भाव में होने पे मीन राशि सप्तम भाव(केन्द्र) में शुक्र हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|
वृष राशि नवम भाव में होने पे मीन राशि सप्तम भाव(केन्द्र) में शुक्र हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|
तुला राशि नवम भाव
में होने पे मीन राशि दुतीय भाव में व तुला राशि नवम भाव में होगी तो लक्ष्मी योग नही
बन सकता है|
शनि यदि भाग्येश हो
तो-
मकर राशि नवम भाव में होने पे तुला राशि षष्ठ भाव में व कुम्भ राशि दशम भाव(केन्द्र) में शनि हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|
मकर राशि नवम भाव में होने पे तुला राशि षष्ठ भाव में व कुम्भ राशि दशम भाव(केन्द्र) में शनि हो तो लक्ष्मी योग बनेगा|
कुम्भ राशि नवम भाव
में होने पे तुला राशि पंचम भाव में व कुम्भ राशि नवम भाव में होगी तो लक्ष्मी योग
नही बन सकता है|
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मै आशा करता हू की आपको ये जानकारी
अच्छी लगी होगी| आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें
जरुर बताइयेगा| व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए
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