क्या होता है निर्भाग्य योग? व कैसे होते है निर्भाग्य योग में उतपन्न जातक? व क्यों फलित नही होता है निर्भाग्य योग?
क्या होता है निर्भाग्य योग?
नवम भाव पाप ग्रह से युत हो या दृष्ट हो व नवमेश षष्ठ भाव या अष्टम भाव या व्यय भाव में हो तो निर्भाग्य योग होता है|
कैसे होते है निर्भाग्य योग में उतपन्न जातक?
निर्भाग्य योग में उत्पन्न जातक पैतृक सम्पत्ति का नाश करने वाला होता है|
निर्भाग्य योग में उत्पन्न जातक साधु व गुरु का अपमान करने वाला होता है|
निर्भाग्य योग में उत्पन्न जातक अधर्मी होता है|
निर्भाग्य योग में उत्पन्न जातक दीन-हीन होता है|
निर्भाग्य योग में उत्पन्न जातक दुःखकातर होता है|
क्यों फलित नही होता है निर्भाग्य योग?
नवम भाव पाप ग्रह से युत हो या दृष्ट हो व नवमेश षष्ठ भाव या अष्टम भाव या व्यय भाव में हो तो निर्भाग्य योग होता है पहला नवम भाव में स्थित ग्रह, नवम भाव को देखने वाला ग्रह व नवम भाव का स्वामी ग्रह तो निम्न कारणों से निर्भाग्य योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा—
यदि नवमेश षष्ठ भाव या अष्टम भाव या व्यय भाव के अतिरिक्त किसी अन्य भाव हो तो भी जातक को निर्भाग्य योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि नवम भाव का स्वामी ग्रह बालावस्था, वृद्ध निर्भाग्यस्था या मृत निर्भाग्यस्था में हो तो भी जातक को निर्भाग्य योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि नवम भाव में स्थित ग्रह बालावस्था, वृद्ध निर्भाग्यस्था या मृत निर्भाग्यस्था में हो तो भी जातक को निर्भाग्य योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि नवम भाव को देखने वाला ग्रह बालावस्था, वृद्ध निर्भाग्यस्था या मृत निर्भाग्यस्था में हो तो भी जातक को निर्भाग्य योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
मै आशा करता हू की आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी| आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें जरुर बताइयेगा| व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए जुड़े रहिएगा..........
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