क्या होता है पामर
योग? व कैसे होते है पामर योग में उतपन्न जातक? व क्यों फलित नही होता है पामर योग?
क्या होता है पामर
योग?
पंचम
भाव पाप ग्रह से युत हो या दृष्ट हो व पंचमेश षष्ठ भाव या अष्टम भाव या व्यय भाव में हो तो पामर योग होता है|
कैसे होते है पामर
योग
में उतपन्न जातक?
पामर योग में उत्पन्न जातक चिर दुखी होता है|
पामर योग में उत्पन्न जातक असत्य भाषी होता है|
पामर योग में उत्पन्न जातक विवेक शून्य होता है|
पामर योग में उत्पन्न जातक सन्तानहीन होता है|
पामर योग में उत्पन्न जातक धूर्त होता है|
पामर योग में उत्पन्न जातक नास्तिक होता है|
पामर योग में उत्पन्न जातक दुर्जनों का साथ करने वाला होता
है|
क्यों फलित नही होता है पामर
योग?
पंचम
भाव पाप ग्रह से युत हो या दृष्ट हो व पंचमेश षष्ठ भाव या अष्टम भाव या व्यय भाव में हो तो पामर योग होता है अब यहा पामर योग के तीन कारक ग्रह बनते है पहला पंचम भाव में स्थित ग्रह, पंचम भाव को देखने वाला ग्रह व
पंचम भाव का स्वामी ग्रह तो
निम्न कारणों से पामर योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा—
यदि पंचमेश षष्ठ भाव या अष्टम भाव या व्यय भाव के
अतिरिक्त किसी अन्य भाव हो तो भी जातक को पामर योग कभी अपना
पूर्ण फल नही देगा|
यदि पंचम भाव का स्वामी ग्रह बालावस्था, वृद्ध पामरस्था या मृत पामरस्था
में हो तो भी जातक को पामर योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि पंचम भाव में स्थित ग्रह बालावस्था, वृद्ध पामरस्था या मृत पामरस्था
में हो तो भी जातक को पामर योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि पंचम भाव को देखने वाला ग्रह बालावस्था, वृद्ध पामरस्था या मृत पामरस्था
में हो तो भी जातक को पामर योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
मै आशा करता हू की आपको ये जानकारी
अच्छी लगी होगी| आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें
जरुर बताइयेगा| व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए
जुड़े रहिएगा..........
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