आइए जानते है क्यू फल नही देता है राज योग व अन्य योग?
बहुत बार आपने देखा
होगा की ज्योतिषाचार्य ने आपको बताया की आपकी कुंडली में फला राज योग है लेकिन
आपको समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसा क्या है जो आपके कुंडली के योग काम
नही किए तो आइए जानते है क्यू फल नही देता है राज योग व अन्य योग
आज के इस ब्लॉग में मै केवल आपको कारण बताऊंगा की क्यू फल नही देता है राज योग व अन्य योग बाकि के आने वाले ब्लोग्स में मै कौन कौन से राज योग व
अन्य योग होते है इनका बताऊंगा
तो आइए जानते है
क्यू फल नही देता है राज योग व अन्य योग
हर पल ग्रहों की स्थिति बदलती है जिसमे
होती है राशी, अंश, कला व विकला ये 4 चीज़े है जो ग्रहों की स्थिति बताती है जिनमे से पहले आता है राशी जो की कुल 12 है इनका
विस्तार बाद के ब्लोग्स में बताऊंगा इसके बाद आता है अंश 30 अंश की एक राशी होती
है इसके बाद आती है कला जो की 60 कला होने पे 1 अंश होता है इसके बाद आती है विकला
जो 60 विकला की 1 कला होती है!
अब किसी भी ग्रह की
वर्तमान स्थिति जो आपकी कुंडली में है वो इस तरह लिखी होगी जो ये है-
राशी/अंश/कला/विकला जो
05/22/40/48 इस तरह से लिखी हुई होती है! इसमें
एक एक विकला के बदलने से ग्रह का प्रभाव बदल जाता है इन्सान के ऊपर! तो जीन जीन
ग्रहों के कारण योग बनते है उनका प्रभावी होना अतिआवश्यक है! यदि ग्रह प्रभावी नही
होगा तो फल कभी प्राप्त नही होगा! दूसरा महत्वपूर्ण कारण है उस ग्रह का समय पे
सक्रीय होना इसे कह सकते है की ग्रह की दशा आना! बहुत से लोगो की कुंडली में योग
होते है ग्रह बलि भी होते है अर्थात कारक होते है लेकिन उनका समय ही नही आया तो फल
कैसे प्राप्त होगा! उसके बाद आता है की किस भाव में वो योग बन रहा है यदि भाव सही
है तब ही वो योग फल देता है!
मै आशा करता हू की
आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी! आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें
जरुर बताइयेगा! व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए जुड़े रहिएगा..........
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