क्या होता है पुष्कल योग? व कैसे होते है पुष्कल योग में उतपन्न जातक? व क्यों फलित नही होता है पुष्कल
योग?
क्या होता है पुष्कल योग?
यदि
लग्नेश और चन्द्र राशि अधिमित्र राशि में अथवा केन्द्र (1, 4, 7, 10 ) में स्थित
हो और लग्न पर बलवान शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो पुष्कल योग होता है|
कैसे होते है पुष्कल योग में उतपन्न जातक?
पुष्कल योग में उत्पन्न जातक श्रेष्ठ
होते है|
पुष्कल योग में उत्पन्न जातक बहु
धनसम्पन्न होते है|
पुष्कल योग में उत्पन्न जातक सुविख्यात
होते है|
पुष्कल योग में उत्पन्न जातक सौम्य
भाषी होते है|
पुष्कल योग में उत्पन्न जातक गुणवान
लीडर होते है|
क्यों फलित नही होता है पुष्कल योग?
यदि
लग्नेश और चन्द्र राशि अधिमित्र राशि में अथवा केन्द्र (1, 4, 7, 10 ) में स्थित
हो और लग्न पर बलवान शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो पुष्कल योग होता है अब यहा पुष्कल योग के तीन कारक ग्रह
बनते है पहला लग्नेश,
दूसरा चन्द्र राशि वाला ग्रह और तीसरा लग्न पर जिस बलवान शुभ ग्रह की दृष्टि तो निम्न कारणों से पुष्कल
योग कभी अपना पूर्ण फल
नही देगा—
यदि लग्नेश बालावस्था या वृद्ध अवस्था या मृत अवस्था
में हो तो भी जातक को पुष्कल योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि लग्नेश षष्ठ भाव या अष्टम भाव या व्यय भाव का
स्वामी हो तो भी जातक को पुष्कल योग कभी
अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि चन्द्र राशि वाला ग्रह बालावस्था या वृद्ध अवस्था या मृत अवस्था
में हो तो भी जातक को पुष्कल योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि चन्द्र राशि वाला ग्रह षष्ठ भाव या अष्टम भाव या व्यय भाव का
स्वामी हो तो भी जातक को पुष्कल योग कभी
अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि लग्न पर जिस शुभ ग्रह की दृष्टि हो
वो बालावस्था या वृद्ध
अवस्था या मृत अवस्था में हो तो भी जातक को पुष्कल योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि लग्न पर जिस शुभ ग्रह की दृष्टि हो
वो षष्ठ भाव या अष्टम
भाव या व्यय भाव का स्वामी हो तो भी जातक को पुष्कल योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
मै आशा करता हू की आपको ये जानकारी
अच्छी लगी होगी| आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें
जरुर बताइयेगा| व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए
जुड़े रहिएगा..........
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