क्या होता है वसुमत योग? व कैसे होते है वसुमत योग में उतपन्न जातक? व क्यों फलित नही होता है वसुमत
योग?
क्या होता है वसुमत योग?
यदि
लग्न या चन्द्रमा से उपचय भाव ( 3, 6, 10, 11 ) में बलवान शुभ ग्रह हो तो वसुमत
योग बनता है|
कैसे होते है वसुमत योग में उतपन्न जातक?
वसुमत योग में उतपन्न जातक राज्य, बन्धु व जनता का प्रिय होता है|
वसुमत योग में उतपन्न जातक धन-धान्य से सम्पन्न होते है|
वसुमत योग में उतपन्न जातक स्व-स्थान में सदैव निवास करते है|
वसुमत योग में उतपन्न जातक गुणी होते है|
क्यों फलित नही होता है वसुमत योग?
यदि
लग्न या चन्द्रमा से उपचय भाव ( 3, 6, 10, 11 ) में बलवान शुभ ग्रह हो तो वसुमत
योग बनता है अब यहाँ कारक ग्रहों में लग्नेश या चन्द्रमा व उपचय भाव ( 3, 6, 10,
11 ) में स्थित शुभ ग्रह आता है| अब निम्न कारणों से वसुमत योग अपना पूर्ण फल नही देगा—
यदि लग्नेश कमजोर हो या षष्ठ भाव में या अष्टम भाव में या व्यय भाव
में हो तो भी वसुमत योग अपना
पूर्ण फल नही देगा|
अब देखते है चन्द्रमा किस भाव में है, क्युकि चन्द्रमा से उपचय भाव ( 3, 6, 10, 11 ) में कौन सा भाव आता है यदि
चन्द्रमा से उपचय
भाव ( 3, 6, 10, 11 ) में - तीसरे भाव में, षष्ठ भाव में, अष्टम भाव में, व्यय भाव
में होगा तो भी वसुमत योग अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि
चन्द्रमा षष्ठ या अष्टम या व्यय भाव का स्वामी हो तो भी जातक को वसुमत योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
चन्द्रमा
पूर्ण बली न हो अर्थात वो कृष्ण
पक्ष की षष्टमी तिथि से शुक्ल पक्ष के षष्टमी तिथि के बीच का हो तो भी जातक को वसुमत योग कभी अपना पूर्ण फल नही देगा|
यदि उपचय
भाव ( 3, 6, 10, 11 ) में स्थित ग्रह कमजोर हो या षष्ठ भाव में या अष्टम भाव में
या व्यय भाव में हो तो भी वसुमत योग अपना पूर्ण फल नही देगा|
मै आशा करता हू की आपको ये जानकारी
अच्छी लगी होगी| आपको ये जानकारी कैसी लगी इसके बारे में हमें
जरुर बताइयेगा| व आगे इसी तरह की ज्योतिष की जानकारी के लिए
जुड़े रहिएगा..........
आप हमारे
बाकि के ब्लोग्स भी यहाँ देख सकते है
हमसे सम्पर्क करने के लिए मेल करे
0 comments: